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पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया
उड़के चुनरिया कैलाश पे पहुची
गौराजी के मन को भा गयी रे
मेरी माँ की चुनरिया
पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया
उड़के चुनरिया अयोध्या में पहुची
माता सीता के मन को भा गयी रे
मेरी माँ की चुनरिया
पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया
पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया
पवन उड़ा के ले गयी रे मेरी माँ की चुनरिया
आना जरुर अम्बे रानी फूलो मे चलकर आना
जिस घर मे मैया रिद्वि नही है सिद्वि नही है
उस घर आना भवानी माँ गणपति बनकर
जिस घर मे मैया अन्न नही है अन्न नही है मैया धन नही है
उस घर आना भवानी माँ लक्ष्मी बनकर
जिस घर मै मैयाप्यार नही है प्यार नही है मैया प्रेम नही है
उस घर आना भवानी माँ पांडव बनकर
जिस घर मे मैया विध्या नही है विध्या नही है मैया बुद्वि नही है उसघर आना भवानी माँ सरस्वती बनकर
जिस घर मे मैया शक्ति नही है शक्ति नही है मैया भक्ती नही है उस घर आना भवानी माँ हनुमत बनकर
मैया मुझे मालूम नहीं तुम्हे कैसे सजाया जाता है
दाती मुझे मालूम नहीं तुम्हे कैसे सजाया जाता है
माथे बिंदिया लगायी जाती है
सर सिंदूर लगाया जाता है
फिर लाल चुनरिया गोटे की तेरे सिर पे उढाई जाती है
मैया मुझे मालूम नहीं…
एक नथनी पहनाई जाती है
और लाली लगायी जाती है
फिर लाल चुनरिया गोटे की तेरे सर पे उढाई जाती है
मैया मुझे मालूम नहीं…….
हाथ चूड़ी पहनाई जाती है
और मेहंदी लगाई जाती है
फिर लाल चुनरिया गोटे की तेरे सर पे उढाई जाती है
मैया मुझे मालूम नहीं…
पैर पायल पहनाई जाती है
महावर भी लगाया जाता है (बिछिये भी पहनाये जाते हैं
फिर लाल चुनरिया गोटे की तेरे सर पे उढाई जाती है
मैया मुझे मालूम नहीं…
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
सनकादिक तेरो यस गावे,
ब्रह्मा विष्णु आरती उतारें।
देखो इंद्र लगावे बुहारी,
राधा रानी हमारी॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी…..
सर्वेश्वरी जगत कल्याणी,
ब्रज की मालिक राधा रानी।
यहाँ कोई ना रहता भिखारी,
राधा रानी हमारी॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी…..
एक बार जो बोले राधा,
कट जाएँ जीवन की बाधा
कृपा करो महारानी, राधा रानी हमारी॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी…..
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी
करदो कृपा महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है
मंदिर में मैया को आसान लगो है
सान पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
रोगी को काया दे निर्धन को माया
बांझन पे किरपा ललन घर आया
मैया बड़ी वरदानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
मैहर में ढूंढी डोंगरगढ़ में ढूंढी
कलकत्ता कटरा जालंधर में ढूंढी
विजरघवगध में दिखानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
मैहर को देखो या विजयराघवगढ़ को
एकै दिखे मोरी मैया के मढ़ को
महिमा तुम्हारी नहीं जानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
मैया को भार सम्भाले रे पंडा
हाथो में जिनके भवानी को झंडा
झंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो…
महिमा तुम्हारी भगत जो भी गाए
मोनी भी मैया में दर्शन को आए
करदो मधुर मोरी वाणी हो मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
चली आना मैया जी चली आना
तुम दुर्गा रूप में आना
तुम दुर्गा रूप में आना
सिंग साथ ले के चक्कर हाथ लेके
चली आना मैया जी चली आना
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
तुम काली रूप में आना
तुम काली रूप में आना
खप्पेर हाथ लेके योगी साथ लेके
चली आना मैया जी चली आना
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
तुम शीतला रूप में आना
तुम शीतला रूप में आना
झाड़ू हाथ ले के गढ़ा साथ ले के
चली आना मैया जी चली आना
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
तुम गौरा रूप में आना
तुम गौरा रूप में आना
माला हाथ लेके गणपति साथ लेके
चली आना मैया जी चली आना
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
तुम ब्रहंचरनी रूप में आना
तुम ब्रहंचरनी रूप में आना
भक्ति हाथ लेके शक्ति साथ लेके
चली आना मैया जी चली आना
कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके
चली आना मैया जी चली आना
जयकारा… शेरोवाली का
बोलो सांचे दरबार की जय
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
बोलो जय माता दी, जय हो
बोलो जय माता दी, जय हो
जो भी दर पे आए, जय हो
वो खाली न जाए, जय हो
सबके काम है करती, जय हो
सबके दुख ये हरती, जय हो
मैया शेरोवाली, जय हो
भरदो झोली खाली, जय हो
मैया शेरोवाली, जय हो
भरदो झोली खाली, जय हो
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
मेरी माँ… शेरोवालिये
पूरे करे अरमान जो सारे,
पूरे करे अरमान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे
देती है वरदान जो सारे
दुर्गे ज्योतावालिये
देती है वरदान जो सारे
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ
सारे जग को खेल खिलाये
सारे जग को खेल खिलाये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
दुर्गे…शेरोवालिये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
शेरोवालिये…ज्योतावालिये…
शेरोवालिये…